Ladki Bahin Yojana July Installment Date: 12वीं किस्त, पात्रता और नवीनतम अपडेट

महाराष्ट्र सरकार की मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने ₹1,500 की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। जून 2025 में 11वीं किस्त का वितरण 25 से 30 जून के बीच सफलतापूर्वक पूरा हुआ, जिससे लाखों महिलाओं को राहत मिली। अब सरकार ने 12वीं किस्त के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस लेख में हम योजना की नवीनतम जानकारी, पात्रता मानदंड, भुगतान स्थिति की जांच और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

12वीं किस्त: कब और कैसे मिलेगी?

राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने हाल ही में घोषणा की कि जुलाई 2025 की पहली या दूसरी सप्ताह में 12वीं किस्त की राशि पात्र लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। विशेष रूप से, जिन महिलाओं को तकनीकी कारणों या पात्रता संबंधी समस्याओं के कारण जून 2025 की 11वीं किस्त नहीं मिली थी, उन्हें जुलाई में दोहरी राशि यानी ₹3,000 (जून और जुलाई की किस्त) एक साथ दी जाएगी। यह कदम सुनिश्चित करता है कि कोई भी योग्य महिला इस योजना के लाभ से वंचित न रहे।

क्या जुलाई में होगी देरी?

पिछले कुछ महीनों में भुगतान समय पर किए गए हैं, लेकिन दोहरी किस्त (जून और जुलाई) के कारण कुछ मामलों में देरी की संभावना हो सकती है। ऐसी स्थिति पहले भी देखी गई है, जब मई और जून की किस्तें एक साथ ट्रांसफर की गई थीं। हालांकि, सरकार ने स्पष्ट किया है कि जुलाई की पहली सप्ताह में भुगतान शुरू हो जाएगा, और देरी होने पर भी पात्र महिलाओं को दोनों महीनों की राशि एक साथ मिलेगी।

पात्रता मानदंड: कौन ले सकता है लाभ?

मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना का लाभ केवल उन महिलाओं को मिलता है जो निम्नलिखित शर्तों को पूरा करती हैं:

  • उम्र: महिला की आयु 21 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • आय सीमा: परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • अन्य शर्तें:
    • परिवार में कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी, आयकर दाता या चार पहिया वाहन का मालिक नहीं होना चाहिए।
    • महिला का बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना अनिवार्य है।

जिन महिलाओं की पात्रता जांच में कोई कमी पाई गई थी, उन्हें पिछली किस्तें नहीं मिलीं। हालांकि, अब सरकार ने ऐसी महिलाओं को जून और जुलाई की राशि एक साथ देने का निर्णय लिया है।

क्यों रुक जाता है कुछ महिलाओं का भुगतान?

कई बार तकनीकी समस्याएं जैसे आधार लिंकिंग में त्रुटि, गलत बैंक खाता विवरण या पात्रता मानदंडों का पालन न होने के कारण भुगतान रुक जाता है। ऐसी स्थिति में, महिलाएं अपने नजदीकी ग्राम पंचायत या CSC सेंटर पर संपर्क कर अपनी जानकारी अपडेट करवा सकती हैं।

भुगतान की स्थिति कैसे जांचें?

यदि आप यह जानना चाहते हैं कि आपकी किस्त आपके खाते में जमा हुई है या नहीं, तो निम्नलिखित तरीकों से जांच कर सकते हैं:

  1. बैंक एसएमएस: अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर बैंक से प्राप्त एसएमएस चेक करें।
  2. पासबुक अपडेट: नजदीकी बैंक शाखा में अपनी पासबुक अपडेट करवाएं।
  3. ऑनलाइन जांच: योजना की आधिकारिक वेबसाइट या ‘नारी शक्ति’ मोबाइल ऐप पर लॉगइन करें और “भुगतान स्थिति” सेक्शन में अपनी जानकारी जांचें।
  4. CSC सेंटर: नजदीकी सामान्य सेवा केंद्र (CSC) पर जाकर सहायता प्राप्त करें।

भविष्य की योजनाएं: क्या है नया?

मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना की शुरुआत जुलाई 2024 में ₹1,500 मासिक सहायता के साथ हुई थी। अब सरकार इस योजना को और सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है। कुछ प्रमुख अपडेट इस प्रकार हैं:

  • राशि में वृद्धि: अक्टूबर 2025 से मासिक सहायता राशि को ₹1,500 से बढ़ाने की योजना है, जिससे महिलाओं को अधिक आर्थिक सहयोग मिलेगा।
  • माइक्रो लोन स्कीम: केंद्र सरकार के सहयोग से जल्द ही एक नई माइक्रो लोन स्कीम शुरू की जाएगी। इस योजना के तहत महिलाएं छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण प्राप्त कर सकेंगी, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगी।

योजना का प्रभाव

मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना ने लाखों महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है। यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना रही है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ा रही है। दोहरी किस्त और भविष्य में राशि वृद्धि जैसे कदम इस योजना को और भी प्रभावी बनाएंगे।

निष्कर्ष

महाराष्ट्र सरकार की मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना महिलाओं के लिए एक वरदान साबित हो रही है। जुलाई 2025 में 12वीं किस्त और दोहरी राशि की सुविधा के साथ यह योजना और भी समावेशी हो रही है। यदि आप इस योजना की पात्र हैं, तो अपनी पात्रता और भुगतान स्थिति की जांच अवश्य करें। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी CSC सेंटर से संपर्क करें।